लाल किताब वैदिक ज्योतिष का एक ऐसा सरलतम माध्यम है जिसकी सहायता से प्रत्येक व्यक्ति स्वयं और दूसरे लोगों के बारे में आसानी से भूत, भविष्य और वर्तमान का फलादेश कर सकता है। लाल किताब के फलादेश इतने सरल हैं कि पुस्तक को पढ़ते-पढ़ते ही फलादेश भी किए जा सकते हैं। लाल किताब ज्योतिष, वास्तु, हस्तरेखा एवं सामुद्रिक, सभी के माध्यम से फलादेश करती है, जिससे किसी भी व्यक्ति का मकान देखकर उसकी जन्मपत्रिका का निर्माण किया जा सकता है, साथ ही किसी भी व्यक्ति के हाथ का अवलोकन करके भी सम्बन्धित व्यक्ति की जन्मपत्रिका का निर्माण किया जा सकता है। अर्थात् लाल किताब के द्वारा जन्म समय होने की बाध्यता नहीं है। इसी के साथ किसी व्यक्ति के जीवन में हो रही शुभ-अशुभ घटनाओं के आधार पर भी व्यक्ति के ग्रहों की स्थिति का आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है।
Prastut pustak ‘Lal Kitab’ ko ek vishishth granth ke roop mein prastut kiya gaya hai. Ismein jyotish evam hasthrekha shastra ka mishran hai. Inn dono kalaaon ka nichodh ismein diya gaya hai. Ismein-1. Griho ke bure prabhav. 2. nakshatron ke bure prbhav. 3. maanglik dosh. 4. kaalsarp dosh tatha kundli dosh, ko dur karne ke upaaye vistaar mein samjhaaye gaye hain. Aise anek dosh jo manushya ki janam kundli mein paaye jaate hain jiske kaaran manushya ki pragati mein badhayein aati hain, durghatnayen hoti hain, aadi se bachne ke upaaye sujhaye gaye hain. Yeh ek atyant pathneeye pustak hai.
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